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haldi ka achar recipe

Haldi ka Achar Recipe — हल्दी का अचार रेसिपी

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Haldi ka Achar Recipe (हल्दी का अचार रेसिपी) एक अनोखा और सेहतमंद पारंपरिक अचार है जो खासतौर पर ताज़ी कच्ची हल्दी (कच्ची हल्दी/कच्छी हल्दी) से बनता है। हल्दी अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है और अचार के रूप में यह खाने के साथ स्वाद के साथ-साथ सेहत भी बढ़ाती है। इस ब्लॉग में आप पाएँगे पूरा स्टेप-बाय-स्टेप haldi ka achar recipe, बेहतर स्टोरेज तरीके, वैरियेशन और सर्विंग सुझाव — ताकि आप घर पर असली राजस्थानी अंदाज़ में हल्दी का अचार बना सकें।

हाइलाइट — क्यों haldi ka achar recipe खास है?

  • हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन के कारण यह एंटी-इन्फ्लामेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण देती है।
  • इस अचार का स्वाद हल्का तीखा, ज़मीनी और खट्टा-मसालेदार होता है।
  • ठंडी/सर्दी के मौसम में हल्दी का अचार शरीर को गर्म रखता है और इम्यूनिटी बढ़ाता है।

Ingredients — हल्दी का अचार रेसिपी के लिए सामग्री

(लगभग 1 किलो अचार के लिए)

  • 500–600 ग्राम कच्ची हल्दी (छिली हुई और छोटे टुकड़ों में काटी हुई)
  • 100 ग्राम अदरक (पतले स्लाइस) — ऐच्छिक
  • 8–10 हरी मिर्च (यदि तीखापन चाहिए) — लंबाई में चीरा
  • 1 कप सरसों का तेल (250 ml)
  • 3–4 बड़े चम्मच नींबू का रस या 3 बड़े चम्मच सफेद सिरका (प्रिज़र्वेशन के लिए)
  • 3 बड़े चम्मच राई (सरसों दाना) — दरदरा पिसा हुआ
  • 2 बड़े चम्मच मेथी दाना (हल्का भुना और पिसा हुआ)
  • 2 बड़े चम्मच सौंफ़ पाउडर (भुना हुआ)
  • 3 बड़े चम्मच लाल मिर्च पाउडर (स्वाद अनुसार)
  • 2 छोटे चम्मच हल्दी पाउडर (रंग और फ्लेवर के लिए)
  • 3–4 बड़े चम्मच नमक (स्वाद और प्रिज़र्वेशन के लिए)
  • ½ छोटा चम्मच हींग (वैकल्पिक)
  • 50–75 ग्राम गुड़ या शक्कर (यदि मीठा-खट्टा टच चाहें)

Haldi ka Achar Recipe — Step-by-Step विधि

हल्दी की तैयारी

  • ताज़ी कच्ची हल्दी को अच्छे से धोएँ और साफ कपड़े पर फैलाकर सुखाएँ। नमी बिल्कुल न रहे।
  • छीलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें (या पतले स्लाइस)। यदि हल्दी बहुत बड़ी हो तो बीच के कठोर हिस्से निकाल दें।
  • अदरक को पतले स्लाइस में काट लें और हरी मिर्च में छोटे चीरे कर लें (बीज रखें या निकालें — तीखापन नियंत्रित करने के लिए)।

मसाला तैयार करना (haldi ka achar recipe का मसाला)

  • कढ़ाई में हल्के आंच पर मेथी दाना और सौंफ हल्का भून लें — लौ से उतारकर ठंडा कर लें।
  • राई को दरदरा पीस लें (मोटा ग्राइंड), सौंफ और मेथी का पाउडर बनाकर उसमें हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और हींग मिलाएँ।
  • गुड़/शक्कर इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसे बारीक कर लें और तैयार मसाले में मिला लें।

तेल और प्रिज़र्विंग (haldi ka achar recipe का तेल-तड़का)

  • सरसों के तेल को अच्छी तरह गरम करें जब तक कि हल्का धुंआ न उठे; फिर तेल को थोड़ा ठंडा होने दें (बहुत गरम तेल मसालों को जला देगा)।
  • ठंडा किए हुए तेल में तैयार मसाले का 1/3 भाग डालकर उसका टेस्ट लें — ज़रूरत हो तो नमक/मिर्च समायोजित करें।

मिलाना और जार में भरना

  • एक बड़े बर्तन में कटी हुई हल्दी, अदरक और हरी मिर्च डालें। ऊपर से मसाला और बचा हुआ तेल डालकर अच्छी तरह मिलाएँ ताकि हर टुकड़ा मसाले से अच्छी तरह कोट हो जाए।
  • साफ और बिलकुल सूखे काँच के जार लें। सामग्री को कसकर जार में भरें और ऊपर से तेल की 0.5–1 इंच की परत रखें — यह प्रिज़र्वेशन के लिए ज़रूरी है।
  • जार को ढक्कन से ढकें और 3–5 दिनों के लिए धूप में रखें; हर दिन हल्का हिलाएँ ताकि मसाले समान रूप से मिल जाएँ।

स्टोरेज टिप्स — haldi ka achar recipe को लंबा कैसे रखें

  • जार और चम्मच हमेशा सूखे और साफ रखें; नमी फफूंदी का कारण बनती है।
  • ऊपर की तेल-लेयर हर समय बनी रहे — जरूरत पड़े तो हल्का गर्म तेल (ठंडा करके) डालें।
  • अचार को ठंडी, सूखी जगह पर रखें; फ्रिज में रखने से रंग में परिवर्तन हो सकता है, पर फ्रिज से shelf-life बढ़ेगी।
  • सही तरीके से रखे जाने पर यह अचार 6–9 महीने तक टिक सकता है।

स्वास्थ्य लाभ — haldi ka achar recipe के फायदे

  • हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन अँतों और इंस्पेक्शन्स से लड़ने में मदद करता है।
  • यह पेट की सेहत सुधारता है और पाचन में सहायता करता है।
  • हल्दी एंटी-इंफ्लेमेटरी है — जो जोड़ों के दर्द में राहत दे सकती है।
  • अचार में मौजूद मसाले भूख बढ़ाने और भोजन को पचाने में मदद करते हैं।

Variations & Pro Tips (वैरिएशन और प्रो-टिप्स)

  • Gudd/Wishful Sweetness: अगर आप खट्टा-मीठा चहाते हैं तो 50–75 ग्राम गुड़ मिलाएँ।
  • Vinegar Option: नींबू रस की जगह 2–3 बड़े चम्मच सफेद सिरका डालें (shelf-life बढ़ेगी)।
  • Less Oil Version: तेल आधा रखें और सिरका/नमक बढ़ा दें — पर ऊपर की तेल-लेयर ज़रूरी है।
  • Smoky Flavor: सरसों तेल को थोड़ी देर से धुँए पर छोड़ें ताकि हल्का स्मोकी स्वाद आए।

Serving Suggestions — कैसे परोसें (haldi ka achar recipe)

  • गरम रोटी/परांठे के साथ परोसें।
  • दाल-चावल या खिचड़ी के साथ अचार का स्वाद बढ़ जाता है।
  • राजस्थानी थाली में यह अचार पारंपरिक रूप से ज़रूरी होता है।
  • छोटे टैस्टिंग-टुकड़ों के साथ starters के रूप में भी दे सकते हैं।

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FAQs — अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Haldi ka Achar Recipe)

Q1: क्या haldi ka achar recipe सालभर टिकेगा?

A: सही तरीके से तेल-लेयर और सूखा रखकर यह 6–9 महीने आसानी से टिक सकता है; बिल्कुल साल भर टिकने के लिए अतिरिक्त तेल और सिरका मददगार होते हैं।

Q2: क्या कच्ची हल्दी खाना सुरक्षित है?

A: ताज़ी हल्दी का सेवन सीमित मात्रा में फायदेमंद है; पर अचार में मसाले और तेल के साथ इसका उपयोग सुरक्षित और स्वादिष्ट बनता है।

Q3: क्या मैं हल्दी का अचार बिना सरसों के तेल के बना सकता/सकती हूँ?

A: किया जा सकता है पर तेल प्रिज़र्वेटिव का काम करता है; बिना तेल के अचार की शेल्फ-लाइफ कम होगी। विकल्प के रूप में अधिक सिरका इस्तेमाल कर सकते हैं।

निष्कर्ष

Haldi ka Achar Recipe (हल्दी का अचार रेसिपी) एक सुगंधित, सेहतमंद और पारंपरिक अचार है जो हर थाली को खास बना देता है। ताज़ी कच्ची हल्दी, सटीक मसाले और सही स्टोरेज के साथ आप घर पर आसानी से यह अचार तैयार कर सकते हैं। अगर आप तैयार और असली राजस्थानी अचार चाहते हैं तो The Marwadi Store पर हमारी रेंज देखें और ऑर्डर करें।

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